बॉलिवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर इन दिनों अपनी रिलीज़ के लिए तैयार अपूर्व लाखिया के निर्देशन में बनी फिल्म हसीना पारकर के प्रमोशन में जुटी हैं। श्रद्धा ने अपनी अगली फिल्म साहो और फिल्म के अभिनेता प्रभास के बारे में भी बात की। श्रद्धा ने बताया कि यह फिल्म उनके लिए कई मायनों में बेहद खास है, क्योंकि वह पहली बार एक साथ कई भाषाओं में बनने वाली फिल्म में काम कर रही हैं। श्रद्धा कहती हैं, मेरे लिए बहुत बड़ी बात है कि फिल्म साहो में मुझे प्रभास के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। मैं साहो को लेकर बेहद उत्साहित हूं। मैं इस फिल्म को लेकर इस लिए भी ज्यादा उत्साहित हूं क्योंकि पहली बार एक साथ कई भाषाओं में बनने वाली फिल्म का मैं हिस्सा बन गई हूं। हम इस फिल्म को 2 भाषाओं में शूट करेंगे। हिंदी और तेलगु में। अभी मैं दो दिन पहले हैदराबाद में ही थी, जहां प्रभास के साथ मेरी स्क्रिप्ट की रीडिंग थी। इस हफ्ते से ही हमारी फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। श्रद्धा आगे बताती हैं, मैं जब पहली बार प्रभास से मिली तो उनको मैंने बताया कि मैं श्रद्धा हूं, उन्होंने मुझे सबसे पहले पूछा क्या आपको भूख लगी है? मैंने कहा कि मैं हमेशा भूखी रहती हूं। उनके इस सवाल से मैं समझ गई कि हमारी खूब अच्छी जमेगी क्योंकि मुझे भी खाने का खूब शौक है। उन्होंने मुझे अपने घर का बहुत स्वादिष्ट खाना खिलाया और बोले कि जब भी हैदराबाद में शूट करेंगे आपके लिए मेरे घर से आ जाएगा। प्रभास बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं। अपनी बात आगे बढाते हुए श्रद्धा बताती हैं, लोग कहते हैं कि प्रभास बहुत कम बात करते हैं, मुझे भी ऐसा ही लगता था, लेकिन मैं अब तक सिर्फ दो दिन तक उनके साथ थी तो मेरे साथ उनका बहुत जल्दी कनेक्शन बन गया। मुझे लगता है खाने की वजह से हमारा कनेक्शन जल्दी हो गया। श्रद्धा की फिल्म हसीना पारकर आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर आधारित है। फिल्म में दाऊद की भूमिका में श्रद्धा के भाई सिद्धांत कपूर हैं। यह फिल्म 22 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
आपातकाल के दौर पर आधारित हिन्दी फिल्म इंदु सरकार की रिलीज़ से जुड़े विवाद पर फैसला सुनाते हुए अब सुप्रीम कोर्ट ने इस फिल्म की रिलीज़ को मंजूरी दे दी है। दरअसल एक याचिकाकर्ता ने इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। उसका कहना था कि इस फिल्म में गांधी परिवार की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। अदालत ने इस याचिका को खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि खुद को दिवंगत संजय गांधी की जैविक पुत्री बताने का दावा करने वाली एक महिला ने 28 जुलाई को रिलीज़ हो रही फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की गई थी। यह फिल्म 1975 से 1977 के आपातकाल के दौर पर आधारित है। उधर, एक अधिवक्ता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मधुर भंडारकर की इस फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा मिली मंजूरी को वापस लेने का अनुरोध किया था। यह फिल्म 28 जुलाई को प्रदशर्ति होने वाली है जिसकी कांग्रेस ने जोरदार आलोचना की है। प्रिया सिंह पॉल नाम की इस महिला का आरोप था कि मधुर भंडारकर के निर्देशन वाली फिल्म में मनगढ़ंत तथ्यों की भरमार है और यह पूरी तरह अपमानजनक है और यह पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी और उनके पुत्र संजय की छवि को खराब करती है। पॉल के वकील ने कोर्ट में दावा किया था कि भंडारकर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि इस फिल्म में 30 प्रतिशत तथ्य और 70 प्रतिशत कल्पना है। याचिकाकर्ता का दावा है, मेरी जैविक दादी प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी) थीं। फिल्म में पूरी तरह अपमानजनक तथ्यों की भरमार है और एक फिल्म के लिए इन व्यक्तियों की छवि खराब करना बहुत ही भयानक है। याचिका में बंबई हाई कोर्ट के 24 जुलाई के आदेश को चुनौती दी गई थी जिसमें फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए उसकी याचिका खारिज कर दी गई थी।
शाहरुख खान की फिल्म रईस में लैला मैं लैला के रीमिक्स पर एक आइटम सॉन्" करने के बाद सनी लियोनी अब संजय दत्त की कमबैक फिल्म भूमि के लिए भी एक गाना शूट करेंगी। ट्रिपी ट्रिपी नाम के इस गाने को गणेश आचार्य ने कोरियॉग्राफ किया है और अगले महीने इसकी शूटिंग की जाएगी। इस बारे में हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर को सनी ने बताया, मैं इस गाने पर फिल्म के डायरेक्टर उमंग कुमार और गणेश आचार्य के साथ काम कर रही हूं। इसके लिए रिहर्सल पहले ही शुरू हो चुकी हैं। इस गाने के लिए गणेश आचार्य ने मुझे कुछ बेहद मुश्किल स्टेप्स दिए हैं। मैं उन स्टेप्स को अच्छी तरह से करने की कोशिश कर रही हूं। यह गाना मेरे पहले के गानों से काफी अलग है। यह गाना युवाओं में काफी लोकप्रिय होगा। सनी ने बताया कि वह पिछले काफी समय से संजय दत्त की फैन हैं लेकिन अभी तक उनसे नहीं मिल सकी हैं। यह गाना भूषण कुमार और संदीप सिंह द्वारा प्रड्यूस किया जाएगा। इस बीच फिल्म के डायरेक्टर उमंग कुमार आश्वस्त हैं कि सनी इस गाने को बेहतरीन तरीके से निभा पाएंगी। उन्होंने बताया, यह गाना फिल्म की कहानी में काफी महत्वपूर्ण है और हम चाहते थे कि केवल सनी ही इस गाने को करें।
आपको करण जौहर के मशहूर चैट शो कॉफी विद करण का वह एपिसोड तो याद ही होगा जिसमें रणवीर सिंह और रणबीर कपूर एक साथ पहुंचे थे। इस एपिसोड को इस चैट शो के सबसे अच्छे एपिसोड में से एक माना जाता है। लेकिन हाल में रणबीर कपूर ने इस एपिसोड के बारे में एक सनसनीखेज खुलासा किया है। मीडिया से बात करते हुए रणबीर कपूर ने कहा, आपको पता ही है कि करण के साथ बात करना कितना आसान होता है। वह आपको सहज महसूस कराते हैं और गंभीरता से उनके साथ बातें करते हैं। लेकिन आपको नहीं पता होता कि इन्हीं बातों को लेकर आपकी खिंचाई की जाएगी। मैं इस शो पर जाकर परेशान हो गया था और इसलिए इस सीजन में मैं नहीं जाना चाहता था लेकिन मुझे जबरन इस शो में भेजा गया। मैंने करण को बताया भी कि मैं शो में नहीं आना चाहता और इसके लिए मैंने और अनुष्का ने विरोध करने का निश्चय किया था क्योंकि यह सही नहीं है। करण, हमारे जरिए पैसा बना रहे हैं और हम वहां जाते हैं फिर पूरे साल हमारी खिंचाई की जाती है। यह सही नहीं है। हालांकि रणबीर के इस खुलासे से कोई सोच भी नहीं सकता कि उन्हें जबरन लाया गया था। कॉफी विद करण के 5वें सीजन का यह सबसे बेस्ट एपिसोड माना जाता है। बता दें कि हाल में रणबीर कपूर की बहुप्रतीक्षित फिल्म जग्गा जासूस बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई है। हालांकि संजय दत्त पर बनी बायॉपिक पूरी तरह तैयार है जिसमें रणबीर कपूर मुख्य भूमिका में हैं।
फिल्ममेकर और ऐक्टर फरहान अख्तर ने अपनी आने वाली फिल्म लखनऊ सेंट्रल में अपने किरदार का पहला लुक सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसमें वह हाथों में स्लेट पकड़े जेल में बंद एक कैदी के रूप में नजर आ रहे हैं। इस फोटो के साथ उन्होंने लिखा, यह है किशन मोहन गिरहोत्रा, जेल में जिसे 1821 बुलाते हैं। यह फिल्म लखनऊ सेंट्रल जेल के बैकग्राउंड पर बनी है, जिसमें फरहान एक ऐसे कैदी की भूमिका निभा रहे हैं, जो भोजपुरी गायक बनने की इच्छा रखता है, लेकिन अपनी इसी महत्वाकांक्षा के चलते वह बहुत मुश्किल परिस्थितियों में फंस जाता है।
अपने किरदार के बारे में फरहान बताते हैं, मुरादाबाद का रहने वाला एक साधारण व्यक्ति किशन मोहन गिरहोत्रा एक गायक के रूप में बड़ा बनने का सपना संजोए रखता है, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर होता है। उसे एक हाई प्रोफाइल आदमी की हत्या का दोषी ठहरा दिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप उसे लखनऊ की सेंट्रल जेल में भेज दिया जाता है। इस फिल्म में अभिनेता रवि किशन भी एक अहम भूमिका निभा हैं। इस फिल्म के लिए मुंबई की फिल्म सिटी में ही लखनऊ की सेंट्रल जेल का एक बड़ा सेट बनाया गया है, जो आजकल काफी चर्चा में है। फिल्म की शूटिंग पूरे जोर-शोर से चल रही है। इस फिल्म का निर्देशन रंजीत तिवारी कर रहे हैं।
तीन साल के लंबे स्ट्र"ल के बाद निर्देशक अनुराग बसु की फिल्म जग्गा जासूस इस हफ्ते रिलीज के लिए तैयार है। प्रकाश झा की फिल्म राजनीति में काम करने के 7 साल बाद अब जाकर कटरीना कैफ और रणबीर कपूर की जोड़ी फिर से बड़े पर्दे पर साथ नजर आएगी। कटरीना मानती हैं कि इस फिल्म ने उनके धैर्य का खूब इम्तेहान लिया है, लेकिन देर आए, दुरुस्त आए की तर्ज पर अब आखिरकार यह फिल्म रिलीज हो रही है। इस बारे में कटरीना से हुई एक खास बातचीत
इस फिल्म ने तीन साल का लंबा सफर तय किया है। आपके लिए यह इंतजार कैसा रहा? मुझे कभी यह महसूस नहीं हुआ कि मैंने किसी फिल्म के लिए इंतजार किया है। दरअसल, हम लोग इंतजार नहीं कर रहे थे, बल्कि लगातार इस प्रॉजेक्ट पर काम किए जा रहे थे। दादा (अनुराग बासु) अक्सर इस फिल्म में कुछ न कुछ नया जोडऩे की कोशिश करते रहते थे और हम उसमें शामिल होते जाते थे। हर दिन या हर महीने कुछ न कुछ नया होता रहता था। एक महीने हम सॉन्ग शूट करते, तो अगले महीने प्लेन सीक्वेंस शूट कर रहे होते थे। ऐसे में मैंने कभी यह नहीं सोचा कि मैं किसी चीज का इंतजार कर रही हूं, बल्कि ऐसा लगता था कि हम एक बेहतरीन फिल्म बनाने की प्रोसेस में हैं। अनुराग काम के प्रति अपने पागलपन के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा? दादा ऐसे डायरेक्टर हैं, जिनके साथ काम करने का सपना हर ऐक्टर देखता है। इस फिल्म में वो सबकुछ है, जिसे करने की हर एक्टर की ख्वाहिश होती है। वो आपको आपके अंदर का बेस्ट ऐक्टर निकालने के लिए लगातार फोर्स करते रहेंगे। वह आपको कहीं भी कमतर साबित नहीं होने देते हैं। आपके अंदर क्या पोटेंशल है, इसकी पहचान आपसे ज्यादा दादा को होती है। एक एक्टर के तौर पर वो आपको और निखारते हैं। इस फिल्म का म्यूजिक भी काफी खास है। प्रीतम दा के साथ काम करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा? मुझे लगता है वो जीनियस हैं। मेरी कई सुपर सक्सेसफुल फिल्मों के गानों का वह हिस्सा रहे हैं। वह जो भी करते हैं, उसमें उनका पैशन और प्यार झलकता है। अगर यह फिल्म सक्सेसफुल रहती है, तो इसका बहुत सारा क्रेडिट प्रीतम दा को भी जाएगा। यह महज संयोग की बात है कि मेरी और रणबीर की पिछली दोनों फिल्मों में म्यूजिक प्रीतम दा ने ही दिया है। रणबीर आपके को-ऐक्टर होने के अलावा इस फिल्म के प्रड्यूसर भी हैं। तो बतौर प्रड्यूसर वह आपके लिए कैसे साबित हुए? रणबीर इस फिल्म के कभी ऐक्टिव प्रड्यूसर नहीं रहे, बल्कि दादा ही ज्यादा ऐक्टिवली काम किया करते थे। अगर डेट्स की जरूरत होती थी, तो दादा हमें कॉल करते थे। कॉस्ट्यूम्स की टेस्टिंग होती थी, तब भी दादा ही कॉल करते थे। जग्गा जासूस से जुड़ी कोई भी बात होती थी, तो संपर्क करने के लिए दादा ही एकमात्र इंसान होते थे। हां, बीच में कभी-कभी ऐसा भी समय आया, जब मैं दादा से कॉन्टैक्ट नहीं कर पा रही थी, तब मैं रणबीर को कॉल करके अपने डाउट्स क्लियर किया करती थी। सेट पर कभी ऐसी स्थिति आई, जब आपको लगा हो कि हर हाल में काम तो करना ही पड़ेगा? हां, कई बार ऐसी सिचुएशंस आई, जब मुझे लगा कि मेरे धैर्य का इम्तेहान लिया जा रहा है, लेकिन एक चीज जो फिल्म बनाने के दौरान मैंने देखी, वो यह थी कि वहां हर किसी का पैशन अपनी चरम सीमा पर होता था। हर कोई दादा की मैडनेस से प्रभावित था। उनका विजन कई बार हमारे लिए ड्राइविंग फोर्स का काम करता था। ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में आप फिर से बिग बी और आमिर खान के साथ काम करने जा रही हैं। इसे लेकर कितनी एक्साइटेड हैं? मुझे लगता है कि उस फिल्म के बारे में बात करने का यह सही समय नहीं है। मैं इन दिनों जो भी फिल्में कर रही हूं, उन सभी फिल्मों को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। सभी प्रॉजेक्ट्स एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं और मैं खुशनसीब हूं कि मुझे अलग-अलग तरह के डायरेक्टर्स और उनके विजन के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। इस फिल्म में आपने एक जर्नलिस्ट का किरदार निभाया है। तो अब तो आप एक जर्नलिस्ट का दर्द समझने लगी होंगी? वाकई यह बहुत टफ जॉब है और यह मैं इसलिए नहीं कह रही, क्योंकि मैं फिल्म का हिस्सा हूं। फिल्म में तो मैं एक इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट बनी हूं, जो सोशल ऐक्टिविस्ट भी है और अपने आस-पास हो रही बुराइयों को खत्म करने के लिए पैशनेट भी है। मैं खुद की बात करूं, तो फिल्म के प्रमोशन और इंटरव्यूज के दौरान एंटरटेनमेंट जर्नलिस्टों को देखकर कई बार मुझे उनसे हमदर्दी होती है। उनके पास बहुत कम समय होता है और उस कम समय में ही उन्हें अपना बेस्ट देना होता है। ऐक्टर्स अक्सर लगातार इंटरव्यू में एक ही बातें कर करके बोर हो जाते हैं। ऐसे में उनसे कुछ अलग और नया निकालना किसी चैलेंज से कम नहीं है। बहुत ही मुश्किल है ऐसा करना। मैं एक सुझाव भी देना चाहूंगी। अगर आप किसी का इंटरव्यू करने जा रहे हैं, तो उसकी फिल्म के बारे में सारी डीटेल्स पढ़कर जाओ। आप फिल्म के बारे में जितना नॉलेज लेकर आओगे, ऐक्टर आपसे उतना ही खुलकर बात कर पाएगा। आप काफी समय तक सोशल मीडिया से दूर रहीं। अब उससे जुड़कर कैसा महसूस कर रही हैं आप? मैं अच्छा समय बिता रही हूं। दरअसल, मैं इंस्टाग्राम को ज्यादा एंजॉय कर रही हूं। मैं वहां जो भी करती हूं, वो बहुत ही ऑनेस्ट होता है और मेरे काम का रिफ्लैक्शन भी उसमें नजर आता है, इसीलिए फैंस भी मुझे काफी सपॉर्ट करते हैं। फिल्म के डांस स्टेप्स काफी फनी और यूनीक लग रहे हैं। क्या इनकी कोरियॉग्रफी टफ रही आपके लिए? इस फिल्म की कोरियॉग्रफी बाकी फिल्मों से काफी अलग थी। डांस के लिए दादा कुछ ऐसा करना चाहते थे, जो बाकी फिल्मों में नहीं दिखाया गया हो। खासकर फिल्म में हमारा जो कैरेक्टर है, उन्हें नॉन डांसर दिखाया गया है। अगर दो लोग, जिन्हें डांस नहीं आता हो और उन्हें अचानक डांस करना पड़ जाए, तो सिचुएशन काफी ट्रिकी होती है। मुझे लगा था कि यह आसान होगा, लेकिन जब नॉन डांसर की तरह डांस करना पड़ा, तो पता चला कि यह उतना आसान काम है नहीं, जितना भी सोचने पर लगता है। फिल्म में हम बहुत ही बेकार डांसर दिखे हैं, लेकिन इसके पीछे हमारी बहुत मेहनत लगी है।