व्यापार

भारत ने ईरान से कच्चे तेल का आयात 26% घटाया !
Posted Date : 12-Jul-2018 5:30:06 am

भारत ने ईरान से कच्चे तेल का आयात 26% घटाया !

नई दिल्ली. अमेरिकी प्रतिबंध की घोषणा के बाद ईरान से कच्चे तेल का आयात 26% घट गया है. मई में भारत ने ईरान से रोजाना 7.7 लाख बैरल तेल आयात किया था. जून में यह सिर्फ 5.7 लाख बैरल रह गया. हालांकि पेट्रोलियम मंत्रालय और इंडस्ट्री सूत्रों का कहना है कि जून में कुछ तेल की जो लोडिंग हुई थी उसकी डिलीवरी जुलाई में हो रही है. इसे जून के आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन ऑयल और नयारा एनर्जी (पहले एस्सार ऑयल) ने ईरान से आयात घटाया है, जबकि मैंगलोर रिफाइनरी का आयात बढ़ा है. भारत इराक और सऊदी अरब के बाद सबसे ज्यादा तेल का आयात ईरान से ही करता है.

BSNL ने पेश की देश की पहली इंटरनेट टेलीफोन सर्विस,अब बिना सिम के कर सकेंगे कॉल
Posted Date : 11-Jul-2018 5:07:49 pm

BSNL ने पेश की देश की पहली इंटरनेट टेलीफोन सर्विस,अब बिना सिम के कर सकेंगे कॉल

 सरकारी दूरसंचार सेवा प्रदाता भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने देश में पहली बार इंटरनेट टेलीफोनी सेवा शुरू की है।संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने आज यहाँ बीएसएनएल के कॉर्पोरेट कार्यालय में एक समारोह में यह सेवा लांच की। इसे ‘विंग्स’ नाम दिया गया है।

कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक अनिल जैन ने बताया कि बीएसएनएल के उपभोक्ता अपने स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप पर ‘एसआईपी क्लाइंट’ नामक ऐप डाउनलोड कर अपने डिवाइस से इंटरनेट कॉलिंग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस सेवा के इस्तेमाल के लिए किसी सिम कार्ड या मोबाइल नेटवर्क की जरूरत नहीं होगी। दुनिया में जहाँ कहीं भी ग्राहक के डिवाइस में वाई-फाई या कोई अन्य इंटरनेट कनेक्शन है, वह इस ऐप के माध्यम से कॉलिंग कर सकेगा। यह वीडियो कॉलिंग और कांफ्रेंस कॉलिंग को भी सपोर्ट करता है। ग्राहक अपने डिवाइस में मौजूद संपर्क सूची का भी इस्तेमाल कर सकेगा।

जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की 21 जुलाई को बैठक होनी है
Posted Date : 11-Jul-2018 5:03:48 pm

जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की 21 जुलाई को बैठक होनी है

नई दिल्ली : जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की 21 जुलाई को बैठक होनी है। काउंसिल इस बैठक में कम राजस्व प्रभाव वाली वस्तुओं पर कर दरों में कमी पर विचार कर सकती है। जीएसटी काउंसिल की बैठक में कर दरों को तर्कसंगत करने के लिहाज से ऐसा कदम उठाया जा सकता है। जिन उत्पादों पर कर की दरों में कटौती की जा सकती है उनमें सैनेटरी नैपकिन, हैंडक्राफ्ट और हैंडलूम गुड्स शामिल हैं।

तमाम इंडस्ट्रियल बॉडी और हितधारकों ने मांग की थी कि कुछ ऐसे उत्पादों पर कर की दरें कम की जाएं, विशेषकर जो कि असंगठित क्षेत्र में सामान्य स्वास्थ्य और रोजगार उत्पादन से जुड़े हुए हैं।

एक अधिकारी के मुताबिक, हितधारकों की ओर से उठाई गई मांगों को देखते हुए काउंसिल विभिन्न वस्तुओं पर कर दरों के तर्कसंगत किए जाने का मुद्दा उठाएगी। यह मुख्य रूप से उन वस्तुओं पर केंद्रित होगा जो सामान्य खपत से जुड़े हुए हैं और कम राजस्व निहितार्थ वाले है।

अधिकांश हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट्स के साथ ही सैनेटरी नैपकिन्स पर वर्तमान में 12 फीसद का टैक्स लगता है, जबकि इसे कर मुक्त किए जाने की मांग हो रही है। वस्तु एवं सेवा कर के अंतर्गत कर की चार दरें 5 फीसद, 12 फीसद, 18 फीसद और 28 फीसद निर्धारित हुईं थीं। देशभर में वस्तु एवं सेवा कर 1 जुलाई 2017 से लागू है।

गौरतलब है कि जीएसटी ने अधिकांश केंद्रीय और राज्य स्तर पर लगने वाले करों को खत्म करने का काम किया है। जनवरी में हुई बैठक में काउंसिल ने 54 सेवाओं और 29 उत्पादों पर टैक्स खत्म करने का फैसला किया था।

डिजीटल बैंकिंग में ज्यादा ठगे जा रहे कस्टमर
Posted Date : 06-Jul-2018 3:30:27 pm

डिजीटल बैंकिंग में ज्यादा ठगे जा रहे कस्टमर

 डिजीटल बैंकिंगमें बढ़ोतरी होने से फाइनेंशियल फ्रॉड की घटनाओं में इजाफा हुआ है. यह जानकारी बैंकों की तरफ से पार्लियामेंट पैनल को हाल ही में हुई बैठक में दी गई. आपको बता दें कि नवंबर 2016 में सरकार की तरफ से नोटबंदी किए जाने के बाद डिजीटल ट्रांजेक्शन में तेजी आई है. सूत्रों के अनुसार हाल ही में हुई बैंठक में सरकारी बैंकों की तरफ से पार्लियामेंट पैनल को फाइनेंशियल फ्रॉड से जुड़ी घटनाओं के बारे में जानकारी दी गई. बैंकों ने पैनल से कहा कि डिजिटल बैंकिंग में बढ़ोतरी से फाइनेंशियल फ्रॉड की घटनाएं बढ़ी हैं.

संगठित गिरोह सिस्टम पर हमले कर रहा
बैंकों की तरफ से बताया गया कि साइबर हमलों की वजह से डिजिटल बैंकिंग में फ्रॉड की घटनाएं बढ़ी हैं. सूत्रों के मुताबिक बैंकों ने पैनल से यह भी कहा कि पिछले कुछ समय में संगठित गिरोह की तरफ से बैंकिंग सिस्टम पर हमले बढ़े हैं. बैंकों ने पैनल से बताया कि ज्यादातर फाइनेंशियल फ्रॉड बड़े ब्राउजर के जरिये सिस्टम के तकनीकी खामियों का फायदा उठाकर किए जा रहे हैं.

फ्रॉड की रकम में भी इजाफा हुआ
बैंकों ने पैनल को बताया कि फ्रॉड की घटनाओं की संख्या बढ़ने के साथ ही फ्रॉड की रकम में भी इजाफा हुआ है. बैंकों ने कहा कि एफएसआर लेबल्ड साइबर अटैक भारतीय बैंकिंग सेक्टर के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है. बैंकों ने पैनल को यह भी जानकारी दी कि तकनीकी खामियों को दूर कर लिया गया है और अब एडवांस टेक्नालॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसकी वजह से फ्रॉड की कोशिश को आसानी से पकड़ा जा सकता है. सरकार और आरबीआई के निर्देशों के बाद मौजूदा खामियों को दूर कर लिया गया है. आपको बता दें कि RBI के आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच साल में बैंकिंग फ्रॉड में 19.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के केंद्र में ब्राडी हाउस शाखा को बंद करेगा
Posted Date : 03-Jul-2018 5:49:13 pm

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के केंद्र में ब्राडी हाउस शाखा को बंद करेगा

पंजाब नेशनल बैंक नीरव मोदी घोटाले के केंद्र में रही मुंबई स्थित ब्राडी हाउस शाखा को बंद करने जा रहा है. सूत्रों का दावा है कि बैंक के शीर्ष स्तर पर फैसला लिया गया है कि हाल में 11 हजार करोड़ के घोटाले को अंजाम देने वाली शाखा में अब बैंकिंग की सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी. बैंक की यह कवायद घोटाले के बाद अपनी साख पर लगे बट्टे को साफ करने के लिए है.ग्लोबल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बैंक में अपने सूत्रों के आधार पर कहा है कि मुंबई की इस पीएनबी शाखा से ऑपरेट हो रहे अपनी सभी अकाउंट को मुंबई की अन्य किसी शाखा में शिफ्ट किया जाएगा. रॉयटर्स के मुताबिक पीएनबी ने यह मानते हुए कि मुंबई की इस शाखा के कुछ कर्मचारियों ने 2011 से 2017 के दौरान हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के साथ सांठगांठ करते हुए बैंक को 11 हजार करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया और उसे कभी न भर पाने वाला जख्म दिया है.ब्राडी हाउस शाखा आजादी से पहले बनी बिल्डिंग में स्थित है और इस शाखा में बैंक के विदेशी मुद्रा विभाग के साथ-साथ मध्यम आकार के कॉरपोरेट अकाउंट चलते हैं. इसके अलावा शाखा में कुल रिटेल बैंकिंग भी होती है. हालांकि बैंक सूत्रों ने कहा कि विदेशी विभाग और कॉरपोरेट अकाउंट को तत्काल प्रभाव से शिफ्ट कर दिया जाएगा लेकिन रिटेल ऑपरेशन को जारी रखा जाएगा.

PNB घोटाले में थी टॉप लेवल पर मिलीभगत, छिपाता रहा बैंक: बैंक में कुछ सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि ब्राडी हाउस शाखा से कुछ कर्मचारियों और 50 करोड़ रुपये तक के बड़े बैंक खातों को बेहतर संचालन के लिए अन्य कॉरपोरेट शाखा में शिफ्ट कर दिया जाएगा. वहीं बैंक के कुछ कर्मचारियों का यह भी दावा है कि बैंक ने अपने ज्यादातर बड़े खातों को आसपास की शाखा में शिफ्ट कर दिया है.गौरतलब है कि हाल ही में पीएनबी की एक आंतरिक रिपोर्ट ने यह भी माना था कि पीएनबी के नई दिल्ली स्थित हेडक्वार्टर में क्रेडिट रिव्यू और इंटरनेशनल बैंकिंग शाखा में कई सुरक्षा खामियों के चलते भी इस घोटाले को इतने लंबे समय तक नहीं पकड़ा जा सका. इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि बैंक की अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग शाखा और आईटी डिपार्टमेंट ने लंबे समय तक बैंक के आंतरिक सूचना संचार के काम को पूरा नहीं किया जिसके चलते मुबंई की शाखा से लगातार जारी हो रहे बैंक गारंटी की सूचना दबी रहती थी और किसी को इस घोटाले की भनक नहीं लगी.हालांकि 2016 में बैंक ने एक एडवाइजरी भी जारी करते हुए कहा था कि सूचना संचार के काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए. इसके अलावा एक खास बात और इस रिपोर्ट से उजागर हुई थी कि मुंबई की ब्राडी हाउस शाखा पीएनबी की सबसे टॉप परफॉर्मिंग शाखा थी और यह तमगा उसे मोदी और चोकसी के अकाउंट के चलते ही मिला था.लिहाजा, यह भी साफ है कि बैंक के शीर्ष स्तर तक यह जानकारी थी कि बीते कुछ वर्षों से मुंबई की इस शाखा में बड़े स्तर पर कर्ज देने का काम हो रहा है लेकिन किसी ने इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश नहीं की. फिलहाल, सूत्रों का दावा है कि बैंक की तरफ से शाखा को बंद करने का फैसला बैंक की साख को बचाने की कवायद है.

दवा कीमत नियंत्रण आदेश के मुताबिक दवाइयां बिकेंगी
Posted Date : 03-Jul-2018 5:48:29 pm

दवा कीमत नियंत्रण आदेश के मुताबिक दवाइयां बिकेंगी

जल्द ही सरकार दवाओं के दामों में बड़ा फेरबदल कर सकती है। दवा कीमत नियंत्रण आदेश 2013 में इस एक संशोधन पर विचार किया जा रहा है कि दवाओं पर (पांच एमजी, 10 एमजी) जैसी मेडिसिन स्ट्रेंथ बताने वाले संकेतों को हटाया जाए।मौजूदा समय में 850 से अधिक आवश्यक दवाओं की अधिकतम कीमतें सरकार तय करती है। ये दवाएं आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के अंतर्गत आती हैं। ज़रूरी दवाओं की हर साल थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के आधार पर बढ़ोतरी की जा सकती है।सरकार के मुताबिक करीब एक महीने में दवाओं की कीमतों की स्थिति साफ हो पाएगी। भारत में दवा बाज़ार करीब 1.2 लाख करोड़ रुपए का है, जिसमें से करीब 17 फीसदी अब कीमत नियंत्रण के दायरे में है।