हांगकांग ,09 दिसंबर । हांगकांग के विमानों के चालक दल की महिला सदस्य अपने साथ विमानों में होने वाले यौन उत्पीडऩ की शिकायतों को लेकर ‘मीटू’ आंदोलन के दौर में मुखर हो रही हैं। हांगकांग के विमान चालक दल की महिला सदस्यों ने बताया कि उन्हें न सिर्फ विमान के यात्री प्रताडि़त करते हैं, बल्कि एयरलाइन के कर्मचारी भी उनका उत्पीडऩ करते हैं। उन्होंने कहा कि एयरलाइनों ने सही दिशा में कुछ कदम उठाए हैं लेकिन वह अब भी ‘मीटू’ के दौर में महत्वपूर्ण कदम उठाने में पीछे हैं। हांगकांग कैबिन अटेंडेंट यूनियन का नेतृत्व करने वाली वेनस फंग ने कहा कि एयरलाइनों को अपने कर्मचारियों को उत्पीडऩ से कैसे निपटना है, इसके बारे में जरूर बताना चाहिए। फंग का कहना है कि अपने दुखद अनुभवों की वजह से वह यूनियन में शामिल हुई हैं। फंग ने बताया कि एक पायलट ने अभद्र तरीके से उन्हें उस समय छुआ था जब वह इस नौकरी में नयी थीं। उनका कहना है कि घटना के समय कैबिन प्रबंधक ने मामले में हस्तक्षेप करने के बजाय उन्हें ही ‘टाइट स्कर्ट’ पहनने की शिकायत करने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने स्कर्ट पहनना ही बंद कर दिया। वह अभी एक यूरोपीय एयरलाइन में काम करती हैं। इस स्थिति को बदलने की मांग पूरी दुनिया में बढ़ रही है। यहां तक कि महिला चालक दल के सदस्यों के मेकअप और कपड़ों में भी विकल्प को जोडऩे की मांग बढ़ी है।
इस्लामाबाद ,09 दिसंबर । पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को कड़ी सुरक्षा वाले आलीशान राष्ट्रपति भवन को आम जनता के लिये खोल दिया। राष्ट्रपति भवन का आधिकारिक नाम ऐवान-ए-सदर है। यह राजधानी के अति सुरक्षा वाले रेड जोन के कांस्टिट्यूशन एवेन्यू में मारगल्ला हिल्स पर स्थित है। राष्ट्रपति भवन आधुनिक पिरामिड वास्तुकला की शानदार शैली को दर्शाता है। इसके एक ओर प्रधानमंत्री आवास और दूसरी ओर संसद भवन है। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ताहिर खुशनूद ने कहा कि पहचान पत्र दिखाकर आम लोगों को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक भवन में प्रवेश की अनुमति है। इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने चुनावों के दौरान सत्ता में आने पर देश की मुख्य इमारतों को आम लोगों के लिये खोलने का वादा किया था। उसी वादे के तहत यह फैसला किया गया। इस नीति के तहत लाहौर, कराची और पेशावर में गवर्नर हाउस को पहले ही आम लोगों के लिये खोल दिया गया था। सितंबर में लाहौर में गवर्नर हाउस खुलने के पहले ही दिन 4 हजारों लोगों ने इसका दीदार किया था।
बोगोटा,09 दिसंबर । कोलंबिया में 24 घंटे के भीतर आदिवासी समुदाय के दो नेताओं की हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। देश में दक्षिणपंथी राष्ट्रपति के सरकार संभालने के बाद इस समुदाय पर हमले बढ़े हैं। सूत्रों ने बताया कि कालोटो के ह्यूलास रिजर्व के नेता 28 वर्षीय एडविन डागुआ की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके कुछ घंटे बाद ही पास के क्षेत्र में इन्हीं परिस्थितियों में इसी समुदाय के एक और नेता की हत्या कर दी गई।
श्रीनगर,08 दिसंबर । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मंडी तहसील में शनिवार को बड़ा हादसा हुआ. एक बस के खाई में गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हो गए हैं. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को बस से बाहर निकाला और घायलों को उपचार के लिए नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस लूरन से पुंछ जा रही थी. बीच में मंडी के नजदीक बस फिसलकर एक गहरे नाले में गिर गई. स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस का रजिस्ट्रेशन नंबर जेके02 क्यू0445 है.
बता दें कि शुक्रवार को किश्तवाड़ में एक सडक़ हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी. यहां एक टैंकर गहरी खाई में गिर गया था. यह घटना किश्तवाड़ के बाहर स्थित हस्ती पुल में हुई.
नईदिल्ली ,08 दिसंबर । केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि डाक या ई-बैलेट के जरिए प्रवासी भारतीयों को वोट देने की इजाजत से जुड़ा मतदान कानून संशोधन विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है. आगामी शीतकालीन सत्र में इसे राज्यसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है. जस्टिस मदन बी लोकुर और दीपक गुप्ता की पीठ को सरकार की तरफ से यह जानकारी दी गई.
पीठ लंदन स्थित प्रवासी भारतीय संगठन के अध्यक्ष नागेंद्र चिंदम और शमशीर वीपी समेत दूसरे प्रवासी भारतीयों की याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी. याचिकाकर्ताओं ने कहा कि 20 एशियाई देशों समेत 114 देशों ने बाहरी मतदान को अपनाया है. जो राजनयिक मिशनों में मतदान केंद्र स्थापित कर या डाक अथवा इलेक्ट्रॉनिक मतदान के जरिए किया जा सकता है.
केंद्र की तरफ से पेश हो रहे अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल एएनएस नाडकर्णी ने पीठ को बताया कि यह विधेयक 11 दिसंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में आने की उम्मीद है. पीठ ने कहा कि वह इस मामले पर जनवरी के आखिरी हफ्ते में सुनवाई करेगी.
वाशिंगटन ,08 दिसंबर । राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर 11 अमेरिकी सासंदों ने सऊदी अरब और श्री ट्रंप के संगठन के बीच के वित्तीय लेनदेन को स्पष्ट करने के लिए दबाव बनाया है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार इसी सप्ताह सऊदी अरब का प्रतिनिधित्व करने वाले बिचौलियों को श्री ट्रंप में वाशिंगटन डीसी में स्थित होटल ट्रंप में 500 कमरों का भुगतान किया गया।
शुक्रवार को 11 अमेरिकी सांसदों के श्री ट्रंप को लिखे पत्र में कहा गया, आज हम सऊदी अरब सरकार और आपके परिवारिक कारोबारी हितों के बीच के वित्तीय संबंधों के बारे में सूचना प्रदान करने के लिए पत्र लिख रहे हैं। ट्रंप ने कहा है कि वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के जवाब में वह सऊदी अरब को हथियारों की बिक्री बंद नहीं करेंगे। श्री खशोगी की अक्टूबर में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब दूतावास में सऊदी के अधिकारियों ने हत्या कर दी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा कदम उठाने से अमेरिका द्वारा चीन और रूस जैसे बड़े देशों को रक्षा अनुबंध दिये जाने को नुकसान पहुंचेगा। इस पत्र पर अमेरिकी सांसद टॉम उदाल, पैट्रिक लिहे, रिचर्ड डरबिन, एलिजाबेथ वारेन, कोरी बुकर, मार्टिन हैनरिच, एडवर्ड मार्के, रिचर्ड ब्लूमेंटल और जेफरी मार्कले के हस्ताक्षर हैं।