0-फरवरी से गोरखपुर, पिथौरागढ़ के लिए भर सकेंगे उड़ान
नई दिल्ली ,04 दिसंबर । नये सत्र के फरवरी माह से अब हिंडन एयर फोर्स स्टेशन से उड़ान भरा जा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार राजधानी दिल्ली के आसपास के स्थानों जैसे पिथौरागढ़, जैसलमेर, गोरखपुर, इलाहाबाद और कन्नूर जैसी जगहों पर उड़ान भर सकते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया गुरुप्रसाद मोहपात्रा ने यह जानकारी दी। आईएएफ बेस के सिविल टर्मिनल फरवरी के मध्य तक शुरू हो जाएगा।
सरकार की आरसीसए के तहत हिंडन एयरबेस को तैयार किया गया है। मोहपात्रा ने बताया, हिंडन सिविल एनक्लेव के डिवेलपमेंट का काम फरवरी मध्य तक पूरा हो जाएगा। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की व्यस्तता को देखते हुए फिलहाल ऐसा नहीं लग रहा है कि हिंडन एयरपोर्ट से आने वाले वक्त में नई फ्लाइट शुरू होंगी।
आईजीआई के पास कोई खाली स्लॉट उपलब्ध नहीं है इसलिए आरसीएस के तहत आनेवाली नई फ्लाइट को जगह देना वहां संभव नहीं है। आरसीएस के तहत सस्ते किराए में फ्लाइट से सफर के आम लोगों के सपने को पूरा करने की कोशिश है। इसमें प्रति घंटे 2,500 रुपए के अनुसार हर फ्लाइट में कुछ सीटें देने का प्रवाधान है। हिंडन एयरबेस आईजीआई के विस्तार के तौर पर काम करेगा। आईजीआई के टर्मिनल 1 के चौथे रनवे विस्तार में अभी तीन से चार साल का वक्त और लग सकता है।
हिंडन से शुरुआती फ्लाइट्स उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) -2 आरसीएस स्कीम के तहत उड़ान भरेंगी। लो कॉस्ट कैरियर जिनमें लखनऊ-हिंडन-कोलकाता-जोरहट-हिंडन-भोपाल-ओजर (नासिक) हिंडन और तिरुपति-हुबली-हिंडन शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर फ्लाइट्स इंडिगो और कुछ दूसरे नए एयरलाइंस की होंगी।
वाशिंगटन ,04 दिसंबर । अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस को पूरा विश्वास है कि रूस से अरबों डॉलर कीमत की एस400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद के फैसले के लिए सीएएटीएसए के तहत भारत पर लंबित प्रतिबंधों के मामले को सुलझाया जा सकता है। अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर आयीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से सोमवार को पेंटागन के एक संवाददाता ने जब मिसाइल सौदे और अमेरिका से संभावित प्रतिबंधों पर सवाल किया तो, मैटिस ने कहा, ‘‘विश्वास रखें। हम सब सुलझा लेंगे।’’ भारत को सीएएटीएसए के तहत लगने वाले दंडात्मक प्रतिबंधों से बचने के लिए राष्ट्रपति से विशेष छूट की जरूरत होगी। सीएएटीएसए अमेरिका का एक कानून है जिसके तहत अमेरिका के दुश्मन देशों से किसी भी प्रकार की बड़ी रक्षा खरीद करने वाले देशों पर अमेरिका दंडात्मक प्रतिबंध लगा सकता है। हालांकि इन प्रतिबंधों से छूट देने का अधिकार राष्ट्रपति के पास है।
वाशिंगटन ,04 दिसंबर । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने दिवंगत राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश को सोमवार की रात वाशिंगटन में श्रद्धांजलि अर्पित की। अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को प्रार्थनाओं और श्रद्धांजलि देने के लिए फिलहाल वाशिंगटन में यूएस कैपिटोल में रखा गया है। राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी बुश को श्रद्धांजलि देने कैपिटोल पहुंचे थे।
0-अमेरिका ने बनाया नया रिकॉर्ड
वाशिंगटन ,04 दिसंबर । स्पेसएक्स ने फाल्कन9 रॉकेट की मदद से एक साथ 64 उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं। अमेरिका के लिए यह नया रिकॉर्ड है। अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की कंपनी ने उपग्रहों के प्रक्षेपण में सोमवार को नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए तीसरी बार पुन:चक्रित (रीसाइकिल्ड) बूस्टर का इस्तेमाल कर रॉकेट प्रक्षेपित किया। मस्क की कंपनी प्रक्षेपण के लिए एक ही रॉकेट का बार-बार इस्तेमाल करने की दिशा में काम कर रही है। कैलिफोर्निया की कंपनी स्पेसएक्स ने ऐसे 30 से ज्यादा बूस्टर धरती पर वापस बुलाए हैं और अब उनका पुन:प्रयोग कर रही है। अतीत में कंपनियां लाखों/करोड़ों डॉलर की लागत से बने रॉकेट के कल-पुर्जों को यूं ही समुद्र में कचरे की तरह बेकार हो जाने देती थी।
0 मारे गये नक्सलियों की संख्या 200 से अधिक - डांगी
जगदलपुर, 03 दिसंबर । छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादी प्रवक्ता गणेश उईके ने स्वीकारा है कि इस वर्ष उनके 65 लड़ाके मुठभेड़ में मारे गए हैं। इधर पुलिस अधिकारियों ने इन आंकड़ों का खंडन करने हुए 200 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया है।
जारी विज्ञप्ति में दक्षिण सब जोनल ब्यूरो भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी प्रवक्ता गणेश उईके ने 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए की स्थापना दिवस जोश खरोश से मनाने की अपील भी की है। जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि केंद्रीय कमेटी व पोलित ब्यूरो सदस्य अरविंद की गंभीर बीमारी के बाद 65 साल की उम्र में मौत हो गयी है। इसके अलावा तेलंगाना बॉर्डर तजपाल प्रभाकर सहित दरभा डिविजनल के पाली, सीनू, नंदू, साईनाथ, लता, कैलाश मीना, रोशनी, सहित 10 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं। इस तरह सितंबर 2017 से 2018 के बीच उनके 65 लड़ाके ढेर हुए हैं। मारे गए इन नक्सलियों में आयाम क्रांति, डोडी, बुधराम ओयाम, रुकनी, जैनी, ओयाम कामा, हिरदो भिमाल, वजाम हिड़मे, इसके अलावा सोढ़ी सीताल, सोढ़ी लखपाल, उइके माढ़ा, नुप्पो मुत्तल, दरभा डिविजनल के उधम सिंह, मरकाम सुकराम, ज्योति सहित अन्य नक्सली मारे गए हैं।
गणेश उइके ने साल भर में मारे गए सभी नक्सलियों को शहीद करार दिया है। प्रेस विज्ञप्ति में कई फर्जी मुठभेड़ फोर्स के द्वारा किए जाने की बात लिखी है। मुठभेड़ों का जिक्र करते प्रवक्ता ने आइपेंटा में 8,तिम्मेदम मुठभेड़ में 8 और सानपुर मुठभेड़ में 40 नक्सलियों के मारे जाने की बात कबूल की है, साथ ही नुलकातोंग में 15 आम ग्रामीणों को फोर्स द्वारा मारे जाने का आरोप लगाया है।
200 से अधिक नक्सली मारे गये- डांगी
डीआईजी रतन लाल डांगी ने गणेश उइके के दिये आकड़ों को झूठा करार देते बताया की एक साल में लगभग 200 नक्सली मारे गये हंैं, उनमें से 125 शवों को बरामद किया गया है। उन्होंने कहा है की कई नक्सलियों के शवों को वो ले जाने में कामयाब हो जाते हैं और दफना देते है, जिसका हिसाब नहीं है, पर इन एक साल में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है और आगे भी होगा, बस्तर में जल्द नक्सलवाद का खात्मा होगा।
0-नेट स्पीड होगी तेज
नईदिल्ली ,03 दिसंबर । इसरो द्वारा बनाए ‘सबसे अधिक वजनी’ उपग्रह जीसैट-11 का पांच दिसंबर को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 रॉकेट से प्रक्षेपण किया जाएगा. इसरो से मिली खबर के मुताबिक इसका वजन करीब 5,854 किग्रा है. इस सैटेलाइट से देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध होंगी और इंटरनेट की स्पीड भी सुधार आएगा.
उल्लेखनीय है कि यह इसरो का बनाया अब तक का ‘सबसे अधिक वजन’ वाला उपग्रह है. जीसैट-11 आगामी पीढ़ी का ‘हाई थ्रूपुट’ संचार उपग्रह है और इसका जीवनकाल 15 साल से अधिक का है. इसे पहले 25 मई को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन तकनीकी कश्मकश के बीच इसके प्रक्षेपण का कार्यक्रम बदल दिया.
शुरुआत में उपग्रह भू-समतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा में ले जाया जाएगा और उसके बाद उसे भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा. एरियाने-5 रॉकेट जीसैट-11 के साथ कोरिया एयरोस्पेस अनुसंधान संस्थान (केएआरआई) के लिए जियो-कोम्पसैट-2ए उपग्रह भी लेकर जाएगा. यह उपग्रह मौसम विज्ञान से संबंधित है.
पिछले सप्ताह इसरो ने पोलर सैटलाइट लॉन्च वीइकल (पीएसएलवी) सी-43 के जरिए अतंरिक्ष में बड़ी उड़ान भरी थी. पीएसएलवीसी-43 के जरिए 31 सैटलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था. पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) की इस साल में यह छठी उड़ान है. पीएसएलवी- सी 43 पृथ्वी का निरीक्षण करने वाले भारतीय उपग्रह एचवाईएसआईएस और 30 अन्य सैटेलाइट को अपने साथ अंतरिक्ष में लेकर गया है. इनमें से 23 सैटेलाइट अमेरिका के हैं.